Single Cylinder Vehicle vs Two-Cylinder Vehicle

एक सिलेंडर वाला वाहन बनाम दो-सिलेंडर वाला वाहन

टाटा मोटर्स | Jul 8, 2021 3:38 pm
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मिनी-ट्रक सेगमेंट अपने 2005 वाले सेगमेंट में उस समय लांच टाटा ऐस या छोटा हाथी की तुलना में पूरी तरह से अलग है। अब यह अलग-अलग पावर्ड-इंजन, अलग-अलग लोड बॉडी साइज या अलग-अलग एग्रीगेट्स के साथ मजबूत प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार है। इसलिए आज हम सिंगल-सिलेंडर और टू-सिलेंडर इंजन द्वारा संचालित मिनी-ट्रकों के बीच तुलना करने जा रहे हैं।

तो एक-सिलेंडर इंजन वाले वाहन और दो-सिलेंडर इंजन वाले वाहन में सबसे बड़ा अंतर क्या है और आपको किसे चुनना चाहिए?

विवरण एक-सिलेंडर इंजन दो-सिलेंडर इंजन
इंजन लाइफ 3-4 वर्ष 8-10 वर्ष
रखरखाव (मेंटेनेंस) का खर्च अधिक कम
लदान क्षमता कम अधिक
रिसेल वैल्यू कम अधिक
क्लच लाइफ कम अधिक
ड्राइविंग कम्फर्ट खराब अच्छा

जैसा कि हम ऊपर दिए गए टेबल से देख सकते हैं कि दो सिलेंडर इंजन वाला वाहन एक-सिलेंडर इंजन वाले वाहन की तुलना में अधिक लाभदायक निवेश साबित होगा। एक सिलेंडर वाहन चलाने वाले कुछ ग्राहकों के साथ बात करने के बाद, हम समझ गए हैं कि ऐसे एक-सिलेंडर इंजन में 4-पहिये चलाने की शक्ति या क्षमता नहीं होती है तथा लंबे समय में पिकअप के संबंध में बहुत सारी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। वास्तव में, बाजार का अध्ययन करने के बाद हमने देखा है कि एक-सिलेंडर वाहनों के कई ग्राहक टाटा ऐस गोल्ड ले लिए हैं, जो दो-सिलेंडर वाहन है।

वर्षों से एक-सिलेंडर इंजन का उपयोग 3-पहिया वाहनों में किया जाता रहा है, जहां यह एक बड़ी हिट साबित हुई थी, लेकिन 4-पहिया वाहनों में इसका उपयोग सफल नहीं रहा है। इसकी कम भार क्षमता, कम पिकअप, उच्च रखरखाव और कम पुनर्विक्रय (रिसेल) मूल्य के कारण, ग्राहक बड़ी संख्या में दो-सिलेंडर वाहनों को ले रहे हैं। टाटा ऐस गोल्ड में ज्यादा माल लोड किया जा सकता है, इसकी रखरखाव लागत कम है तथा साथ ही इसका रिसेल वैल्यू अधिक हैं और इसलिए, दो-सिलेंडर इंजन मिनी-ट्रक सेगमेंट के लिए सबसे सही हैं।

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